Menu
blogid : 14516 postid : 717970

बसंत की होली

saanjh aai
saanjh aai
  • 70 Posts
  • 135 Comments

आज हर द्वार पर आया है
फिर बसंत !
नीले ,पीले ,हरे ,रंगों वाला
है बसंत !
हर चिंता ,हर कुंठा से मुक्त
हो वसंत !
चलो सखी सब मिल मनाये
ऐसा बसंत !

<!–
क्रोध और वैर को दूर करे
इस वसंत !
रंग रंगीला मदमाता हँसता
आया वसंत !
जाति,धर्म ,वर्ग को मित्र बना
दे वसंत !

<!–सपन
सारी धरती देखो खेल रही
है वसंत !

मत बैठो घर कोई उठो
खेलो वसंत !
भस्म हुए सब विकार पावन हो
ये वसंत !
हम सबके मित्र बने प्रेम रँगे
यह वसंत !

रंगो की हो ,ली मैं होली में
ये वसंत !
आनंद होली की लाल हुआ
ये बसंत !
चंदा का दाग आज घुल गया
होली में !
प्रेम को ताबीज में पहने इस
होली में !

राधा ने कान्हा संग खेल था
प्रिय वसंत !
अभया खेलन चाहे ऐसा रंग
इस वसंत !!

वसंत की होली -शकुंतला मिश्रा “अभया “

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh